गढ़ फतह करना मुहावरे का अर्थ और 5 वाक्य प्रयोग
गढ़ फतह करना – कठिन काम मे सफलता प्राप्त करना, बहुत परिश्रम वाले काम को पूरा करना।
गढ़ फतह करना – कठिन काम मे सफलता प्राप्त करना, बहुत परिश्रम वाले काम को पूरा करना।
खून ठंडा होना- बहुत डर जाना, भयभीत हो जाना, शांत हो जाना, हार मान लेना या उत्साह ख़त्म हो जाना।
खून का प्यासा मुहावरे का मतलब है बड़ा दुश्मन होना, कट्टर दुश्मन होना या जानी दुश्मन होना। इसका सीधा सा मतलब है की वो उसको मार डालना चाहता है इतने बड़े दुश्मन है। क्योंकि उसकी दुश्मनी उसके खून से ही ख़तम होगी इसलिए ये कहा जाता है की वो खून का प्यासा है।
मुहावरे आँखों का तारा होना का मतलब होता है किसी का बहुत प्रिय होना , दुलारा होना , दिल के बहुत पास होना, बहुत करीबी होना, बहुत प्यारा होना।
मदन लाल ढींगरा जी का जन्म १८ सितम्बर १८८३ को हुआ था | मदन लाल ढींगरा एक क्रन्तिकारी थे| मदन लाल ढींगरा ने इंग्लैंड में पढाई करते समय ही वहां के एक ऑफिसर को मार दिया था|
इंटरनेशनल जस्टिस डे की शुरुआत रोम से हुई थी। इंटरनेशनल जस्टिस डे की पूरी कहानी 17 जुलाई 1998 को रोम में हुए राजनितिक मीटिंग से जुड़ी हुई है। और वहां पर एक संधि ने जन्म लिया, जो की रोम और अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायलय के बीच था। जिसकी वजह से ही अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायलय की स्थापना हुई।
भारतीय इतिहास जो हमे बचपन से पढ़ाया जाता है। उसमें कई बातें झूठ हैं और कई बातें छुपाई गयी हैं। आज इस लेख में आप भारतीय इतिहास के झूठ से अवगत होंगे। ये झूठ हैं इनका प्रमाण भी है। जिसे पढ़कर आप खुद सोच सकते हैं कि क्या सच है और क्या झूठ। भारतीय इतिहास … Read more
भारतीय इतिहास में क्या झूठ लिखे गए ये बात तो अब धीरे धीरे उजागर हो गयी है। लेकिन इतिहास में झूठ क्यों लिखे गए? इसके लिए कौन ज़िम्मेदार था? ये जानना भी ज़रूरी है।
आज के इस लेख में हम ऐसे ही 6 कारणों पर बात करेंगे। जिससे आपको अच्छे से पता चल जाएगा कि भारतीय इतिहास में झूठ क्यों लिखे गए?
राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। उन्होंने भारत में लोगो को अपने देश को आगे बढाने के लिए प्रेरित किया और लोगो में ज्ञान की ज्योति जलाई।
स्वामी विवेकानंद’ शायद ही कोई हो इस वक़्त इस भारतवर्ष में जिसने स्वामी विवेकानंद जी का नाम न सुना हो। इनका नाम न सिर्फ भारत में ही अपितु विदेशो में भी बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। और तो और पूरी दुनिया उनके गुणों का बखान करती है। आईये पढ़ते हैं स्वामी विवेकानंद जी का जीवन परिचय और विवेकानंद जी की 10 रोचक बातें।
नाम – स्वामी विवेकानंद
जन्म तिथि- 12 जनवरी 1863
जन्म स्थान- कोलकाता
पिता का नाम- विश्वनाथ दत्त
माता का नाम- भुनेश्वरी देवी
शिक्षा- कला, इतिहास, साहित्य दर्शन
प्रसिद्धी का कारण- शिकागो भाषण और भारत के नाम को बढाने में अनन्य योगदान
गुरूजी- श्री रामकृष्ण परमहंस
मृत्यु- 4 जुलाई 1902